कर्ज में डूबे पिता का कर्जा उतारने के लिए तीनों बेटियां नौकरी करने के लिए बिना बताए घर से चली गई थीं। पिता द्वारा लिखाई गई गुमशुदगी पर कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन स्माइल के तहत पुलिस टीम ने गुमशुदा तीनों युवतियों को बरामद कर उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
बेटियों को सकुशल देख पिता की आंखें भर आई उन्होंने बेटियों को गले लगा लिया। ऑपरेशन स्माइल के उप निरीक्षक कृपाल सिंह ने बताया कि गत 02 जनवरी को गोविंद नगर निवासी एक व्यक्ति ने अपनी तीन पुत्रियों की गुमशुदगी कोटद्वार कोतवाली में दर्ज कराई थी।
बेटियों को सकुशल देख पिता की आंखें भर आई उन्होंने बेटियों को गले लगा लिया। ऑपरेशन स्माइल के उप निरीक्षक कृपाल सिंह ने बताया कि गत 02 जनवरी को गोविंद नगर निवासी एक व्यक्ति ने अपनी तीन पुत्रियों की गुमशुदगी कोटद्वार कोतवाली में दर्ज कराई थी।
घर की माली हालत ठीक नहीं
जिसके तहत कार्रवाई करते हुए तीनों युवतियों को थाना फेस तीन नोएडा उत्तर प्रदेश क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया गया है। बरामद युवतियों ने बताया कि घर की माली हालत ठीक नहीं है। उनके पिता पर काफी कर्ज है। जिसका बहुत अधिक ब्याज चुकाना पड़ता है। उस कर्ज को चुकाने के लिए वे तीनों नौकरी की तलाश में नोएडा आ गई।
यहां तीनों की एक कंपनी में नौकरी भी लग गई है। यदि वे नौकरी के लिए जाने की बात घर में बतातीं तो घर वाले उनको नोएडा नहीं आने देते। इसलिए उन्होंने घर में बिना बताए नौकरी कर पिता का कर्जा उतारने की ठानी।
बृहस्पतिवार को जैसे ही पुलिस तीनों युवतियों को लेकर उनके घर पहुंची, उनके परिजनों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने तीनों को गले लगा लिया और पुलिस टीम का आभार जताया। पुलिस टीम में सीआईयू शाखा कोटद्धार के कांस्टेबल हरीश कुमार शामिल थे।
यहां तीनों की एक कंपनी में नौकरी भी लग गई है। यदि वे नौकरी के लिए जाने की बात घर में बतातीं तो घर वाले उनको नोएडा नहीं आने देते। इसलिए उन्होंने घर में बिना बताए नौकरी कर पिता का कर्जा उतारने की ठानी।
बृहस्पतिवार को जैसे ही पुलिस तीनों युवतियों को लेकर उनके घर पहुंची, उनके परिजनों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने तीनों को गले लगा लिया और पुलिस टीम का आभार जताया। पुलिस टीम में सीआईयू शाखा कोटद्धार के कांस्टेबल हरीश कुमार शामिल थे।